Dry Ice : कभी भूलकर भी खा नहीं लेना इससे आपकी मृत्यु तक हो सकती है ।

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गुडगाँव में ड्राई आइस खाने से लोग हुए बीमार
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Dry Ice : कभी भूलकर भी खा नहीं लेना इससे आपकी मृत्यु तक हो सकती है । जी है एक ऐसा ही मामला आया है गुड़गांव के एक रेस्टॉरेंट में जहा पर वेटर कस्टमर को गलती से माउथ फ्रेशनर की जगह ड्राई आइस परोस देता है और कस्टमर्स उसे माउथ फ्रेशनर समझ कर ड्राई आइस को खा लेते है और कहते ही शुरू हो जाती है उनको खून की उल्टिया , उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया जाता है ।Gurugram Dry Ice News: माउथ फ्रेशनर नहीं ड्राई आइस खाने से हुई खून की उल्टियां - Hindi Samachar : Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi                                                photo credit :google

dry ice आखिर होता क्या है ?

ड्राई आइस एक तरह से कार्बनडाई ऑक्साइड ही  है , ये एक तरह से सॉलिड रूप होता है कार्बन डाई ऑक्साइड का और ये दिखने में बिल्कुब शुगर क्यूब जैसा होता है । कई बार शुगर क्यूब और ड्राई आइस में पहचान करना मुश्किल हो जाता है आजकल हर जगह रेस्तरां में ड्राई आइस का उपयोग बहुत बढ़ गया है सबसे महत्वपूर्ण बात माउथ फ्रेशनर जैसा दिखने वाला ये पदार्थ हर जगह आसानी  से मिल भी जाता  है .Free Amphora Jug photo and picture

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Dry Ice : कभी भूलकर भी खा नहीं लेना इससे आपकी मृत्यु तक हो सकती है । जी है एक ऐसा ही मामला आया है गुड़गांव के एक रेस्टॉरेंट में जहा पर वेटर कस्टमर को गलती से माउथ फ्रेशनर की जगह ड्राई आइस परोस देता है और कस्टमर्स उसे माउथ फ्रेशनर समझ कर ड्राई आइस को खा लेते है और कहते ही शुरू हो जाती है उनको खून की उल्टिया , उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया जाता है ।                                                photo credit :googledry ice आखिर होता क्या है ? dry iceऔर normal ice में अंतर क्या है ?    1.  ड्राई आइस कभी गीला नहीं होता है जबकि नार्मल आइस गीला होता ।                         2.नार्मल आइस पिघलकर पानी बन जाता है जबकि ड्राई आइस पिगल कर पानी नहीं बनता बल्कि वो कार्बन दे आक्साइड गैस बनकर गायब हो जाता है                                                3. जब  ये मुँह में लिया जाता है तो कार्बन डाई आक्साइड हमारे गले को नुक्सान तक पंहुचा सकती है                                                                                                                             4.ड्राई आइस सामान्य आइस से ज्यादा ठंडा होता है , जहा सामान्य आइस का तापमान सिर्फ -4 डिग्री तक होता है परन्तु ड्राई आइस का तापमान -80                                                                     डिग्री तक होता है । dry ice बनता कैसे है ?dry ice का उपयोग कहा होता है ?क्यों होती है dry ice  खतरनाक ?

 dry iceऔर normal ice में अंतर क्या है ?

    1.  ड्राई आइस कभी गीला नहीं होता है जबकि नार्मल आइस गीला होता ।                         2.नार्मल आइस पिघलकर पानी बन जाता है जबकि ड्राई आइस पिगल कर पानी नहीं बनता बल्कि वो कार्बन दे आक्साइड गैस बनकर गायब हो जाता है                                                3. जब  ये मुँह में लिया जाता है तो कार्बन डाई आक्साइड हमारे गले को नुक्सान तक पंहुचा सकती है                                                                                                                             4.ड्राई आइस सामान्य आइस से ज्यादा ठंडा होता है , जहा सामान्य आइस का तापमान सिर्फ -4 डिग्री तक होता है परन्तु ड्राई आइस का तापमान -80                                                                     डिग्री तक होता है ।

 dry ice बनता कैसे है ?

ड्राई आइस को बनाने की प्रक्रिया बहुत जटिल है सबसे पहले –

  1. कार्बन डाई आक्साइड को 109 डिग्री तक ठंडा किया जाता है ।
  2. ठंडा करने के बाद इसे कंप्रेस किया जाता है ।
  3. कंप्रेस करने से कार्बन डाई आक्साइड गैस , बर्फ का रूप ले लेती है ।
  4. इसके बाद इसको आइस क्यूब का शेप दिया जाता है ।
  5. ये बहुत ही खतरनाक होता है इसे डायरेक्ट हाथो से छूने से मना किया जाता है ।
  6. आइस क्यूब तैयार होने के बाद अगर इसे गर्म वातावरण में ले जाये तो ये पिगलता नहीं बल्कि गैस बनकर उड़ जाती है ।

dry ice का उपयोग कहा होता है ?

  • आपने ऑनलाइन आइसक्रीम आर्डर की तो आपको पता है वो आपके घर तक कैसे पहुंचेगी क्युकी आइसक्रीम तो पिगल जाती है , इस तरह आइस क्रीम को पिघलने से बचाने के लिए ड्राई आइस का उपयोग किया जाता है यह ड्राई आइस बहुत उपयोगी भी होती है परन्तु ये बहुत ज्यादा खतरनाक भी होती है , ये इतनी खतरनाक होती है की इसे छूने से भी मना किया जाता है ।
  • इस ड्राई आइस का उपयोग कूलिंग एजेंट की तरह किया जाता है ।
  • अब तो मेडिकल में दवाइयों को फ्रेश रखने के लिए ड्राई आइस का उपयोग किया जाता है ।
  • फ़ूड इंडस्ट्री में फ़ूड को फ्रेश रखने के लिए इसका इस्तेमाल होता है ।
  • अब तो कई फोटो शूट में भी इसका उपयोग होता है ।
  • थियेटर में भी ड्राई आइस का उपयोग होने लगा है

क्यों होती है dry ice  खतरनाक ?

वैसे ड्राई आइस काफी उपयोगी भी होती है क्युकी ये पिघलने के बाद पानी नहीं बनता और गैस बनकर उड़ जाती है जिससे कोई भी सामान ख़राब होने की संभावना नहीं रहती । परन्तु फिर भी यह उतना ही खतरनाक भी होता है की इसे छूने से भी मना किया जाता है क्युकी इसमें बहुत ज्यादा ठंडी होती है जिसे छूने मात्र से ही हमारे शरीर में साइड इफ्फेक्ट  शुरू हो जाता है हमारा शरीर शून्य  होने लग जाता है । एक बात और इस प्रकार की ड्राई आइस को कभी भी एयर टाइट डब्बे में नहीं रखना चाहिए क्युकी इससे कार्बन डाई आक्साइड गैस निकलती रहती है और एयर टाइट डब्बे में होने से ये विस्फोट भी हो सकता है । और कोई भी घटना हो सकती है । इसीलिए इसका इस्तेमाल बहुत ही ज्यादा ध्यानपूर्वक करना चाहिए ।

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